शिमला
चौपाल से मेरिट स्कालरशिप न देने पर 1100 पर हुई शिकायत
पिता विनोद मेहता बोले हजारों बच्चो के साथ हो रहा अन्याय

हैरानी की बात है कि शिक्षा विभाग द्वारा आजतक 2023 के जमा दो और मेट्रिक के मेधावी छात्रों को बोर्ड मेरिट पर दिए जाने वाली नकद राशि और टेबलेट नहीं दिए है। सरकार ने टेबलेट की जगह कुछ बदलाव कर इनाम देने का मन बनाया था, पर आजतक कुछ नहीं दिया गया है। अब इसकी शिकायत 1100 पर की गई है और मामला उप शिक्षा निदेशक शिमला के पास है। इसके अलावा ये करीब 15000 बच्चो से जुडा मामला है और 2024 और 2025 की पूरी सूची अभी पेंडिंग है, इस तरह ये मामला 45000 बच्चो का बना जाता है। हैरानी की बात है कि हायर एजुकेशन की साइट पर अभी भी 2021-22 की सूची पड़ी है इसमें 4600 बच्चो को सामान्य वर्ग मे टेबलेट दिए गए थे इसके अलावा अनुसूचित जाती ओबीसी और ट्राइब के बच्चो को भी मेरिट मे आने पर इनाम दिए गए थे। अब सोचने वाली बात है कि समस्या विभाग के स्तर पर है या सरकार से फंड सैंक्शन नहीं हुआ है, ये ब देखने वाली वात होगी। अब मालूम होगा कि इनके लिए ये फंड की कमी का मामला है या लापरवाही का मामला है। पिता विनोद ने उम्मीद जताई है कि उनकी शिकायत से शायद विभाग जग जाए और इन बच्चो को इनका हक़ मिल जाए।